एक तो ये रिक्शा वाले कि बेटी मिस इंडिया बन गई इसका वीडियो देख लिया 500 बार पर लेखक समझाना क्या चाह रहा ये समझ नही आया..क्या रिक्शा वाले कि बेटी सुंदर नही हो सकती ?या वो रिक्शा वाला प्रोग्रेसिव सोच का नही हो सकता ? या फिर गरीबी ही एकमात्र क्राइटेरिया है इस देश मे टेलेंट नापने का ?
या फिर गरीब का सबसे बड़ा टेलेंट उसका रियल टेलेंट नही गरीबी है ... बीसी kbc से लेकर मिस इंडिया ... बोर्ड मेरिट से लेकर शहीद होने वाले सिपाही तक रिक्शा वाले का बेटा , किसान का बेटा , फलाने का बेटा ,ढिमके का पोता .. अबे उस बेचारे का टेलेंट भी देख लो .. पढ़े लिखे कैब चला रहे आजकल तो
मुस्लिम को जीतते ही अल्पसंख्यक मंत्रालय पकड़ा देते..मतलब मुस्लिम का टेलेंट बस अल्पसंख्यक मंत्रालय हेंडल करने तक ही है ? जैन वो काम नही देख सकते ? क्यों मुस्लिम विधायक/सांसद को योग्यताअनुसार कोई और मंत्रालय नही मिल सकता..बीसी किसी की काबिलियत का पैमाना बस गरीबी ,या जात ,धर्म है ?
हमारे अंदर आज भी एक समाजवादी बसता है जिसे पूंजीवादी सरकार चाहिए पर जो गरीबी को टेलेंट मानता है..और फ्री की चीजों को हक़..बीसी अपने अंदर से समाजवाद जा नही रहा और 24*7 बैठकर वामपंथियों को गरियाते रहते हो
उनसे बड़े समाजवादी तो आप लोग हो
रिक्शा चालक की बेटी..तो मैं क्या करूँ बे


