जैसे पहले बोल रहा था, corporation में लोग अपनी गली में जान पहचान वाले को वोट देते है और AAP के candidates नए है। जिसने असेंबली में AAP को वोट देना है उसने भी अकाली को वोट दिया कियोकि इनके candidates को जानते थे लोग। AAP की performance बहोत अच्छी है, लोग तो 10-20 दे रहे थे।
अकालियों की best performance है यह। AAP के वोटर ने भी जान पहचान में उनको वोट दिया है। असेंबली में अकाली इसका आधा रह जाएंगे।
जिन areas में लोगो को पता नही था कि AAP वाले कौन है अब हर मोहल्ले में AAP का एक नेता है जिसको लोग पहचानते है अब जिसने mc की इलेक्शन लड़ ली। हर गली में AAP के poster लगे हुए है। यह election जीतने के लिए नही org के लिए लड़ा AAP ने।
सबको पता था कांग्रेस स्वीप करेगी। सरकार में है, पैसा बहोत खर्च किया। अकालियों की सीट काफी कम हुई है पहले से AAP SAD वोट divide से। पत्रकार लोग BJP और अकाली की हार बता है। AAP तो 0 थी पहले तो वो तो जीती ही है और org भी बना डाली। पॉइंट 0 पे experienced भी हो गए।
AAP ने काफी दिग्गजो को हराया। Ex - कैबिनेट मिनिस्टर चरणजीत चन्नी में real brother को।