Many times we have seen people who are influenced with leftists histroian claims that the word "Hindu" came from persian language.
Let me tell you these all are myth because in ancient history शैव ग्रन्थ Are considered so i am giving example of them here.......
@Real_Vishal_
Let me tell you these all are myth because in ancient history शैव ग्रन्थ Are considered so i am giving example of them here.......
@Real_Vishal_
1- हिन्दुधर्मप्रलोप्तारो जायन्ते चक्रवर्तिन:।
हीनञ्च दूषयत्वेव स हिन्दुरूच्यते प्रिये।।
--- मेरूतन्त्र प्रकाश
यहां शिव और पार्वती का वार्तालाप है
वो कहते हैं कि कलिकाल में हिन्दू धर्म का लोप करने वाले चक्रवर्ती हो जायेंगे , हीन को दूषित करने वाला हिन्दू कहा जाता है।
हीनञ्च दूषयत्वेव स हिन्दुरूच्यते प्रिये।।
--- मेरूतन्त्र प्रकाश
यहां शिव और पार्वती का वार्तालाप है
वो कहते हैं कि कलिकाल में हिन्दू धर्म का लोप करने वाले चक्रवर्ती हो जायेंगे , हीन को दूषित करने वाला हिन्दू कहा जाता है।
2- अवनी यवनै: क्रैन्ता हिन्दवो विन्ध्यमाविशान्
----- कालिका पुराण
पृथ्वी,यवन-म्लेच्छ प्राय: लोगों से भर जायेगी । हिन्दू अपनी संस्कृति बचाने हेतु विन्ध्याचल में भगवती की शरण में जायेंगे।
@KR_Team_ @DharmaSuta @anshula @Anshulspiritual @chitranayal09 @BahuRaani
----- कालिका पुराण
पृथ्वी,यवन-म्लेच्छ प्राय: लोगों से भर जायेगी । हिन्दू अपनी संस्कृति बचाने हेतु विन्ध्याचल में भगवती की शरण में जायेंगे।
@KR_Team_ @DharmaSuta @anshula @Anshulspiritual @chitranayal09 @BahuRaani
3- हिमालयं समारभ्य यावदिन्दुसरोवरम्।
तं देवनिर्मितं देशं हिन्दुस्थानं प्रचक्षते।।
---बार्हस्पत्य शास्त्र
हिमालय पर्वत से लेकर इन्दु सरोवर (कन्या कुमारी) के दक्षिणी समुद्र के पुलिन तक विस्तृत देव निर्मित देश का नाम हिन्दु - स्थान कहा जाता है।
@dharmicverangna
तं देवनिर्मितं देशं हिन्दुस्थानं प्रचक्षते।।
---बार्हस्पत्य शास्त्र
हिमालय पर्वत से लेकर इन्दु सरोवर (कन्या कुमारी) के दक्षिणी समुद्र के पुलिन तक विस्तृत देव निर्मित देश का नाम हिन्दु - स्थान कहा जाता है।
@dharmicverangna
4- .............. सप्त सिन्धुस्तथैव च।
हफ्त हिन्दुर्यावनी च..........।।
----- भविष्य पुराण प्रतिसर्ग ५/३६
वेदोक्त सकारोपलक्षित "सप्त सिम्धु" शब्द का यूनानादि देशों में हकारोपलक्षित अप रूप हफ्त हिन्दू प्रचलित होगा।
हफ्त हिन्दुर्यावनी च..........।।
----- भविष्य पुराण प्रतिसर्ग ५/३६
वेदोक्त सकारोपलक्षित "सप्त सिम्धु" शब्द का यूनानादि देशों में हकारोपलक्षित अप रूप हफ्त हिन्दू प्रचलित होगा।
5- हिनस्ति तपसा पापान् दैहिकान् दुष्टमानसान्।
हेतिभि: शत्रुवर्गाश्च स हिन्दुरभिधीयते।।
--- पारिजात हरण नाटक
जो अपने दैहिक और मानसिक पापों का तपश्चर्या द्वारा विनाश करे और शस्त्रार्त से शत्रु समूह का विनाश करे वह हिन्दू कहा जाता है।
हेतिभि: शत्रुवर्गाश्च स हिन्दुरभिधीयते।।
--- पारिजात हरण नाटक
जो अपने दैहिक और मानसिक पापों का तपश्चर्या द्वारा विनाश करे और शस्त्रार्त से शत्रु समूह का विनाश करे वह हिन्दू कहा जाता है।
प्राचीन कोषों में हिन्दू शब्द ...
१- हिन्दुर्दुष्टनृह: प्रोक्तोअनाय्यर्यनीतिविदूषक:।
सद्धर्मपालको विद्वान श्रीतधर्मपरायण:।।
----(राम कोष)
२- हीनम् दूषयति इति हिन्दु: जातिविशेष:।
---शब्द कल्पद्रुम
३- हिन्दुर्हिन्दुश्च संसिद्धौ दुष्टानां च विधर्षणे।
-- अद्भुत कोष
१- हिन्दुर्दुष्टनृह: प्रोक्तोअनाय्यर्यनीतिविदूषक:।
सद्धर्मपालको विद्वान श्रीतधर्मपरायण:।।
----(राम कोष)
२- हीनम् दूषयति इति हिन्दु: जातिविशेष:।
---शब्द कल्पद्रुम
३- हिन्दुर्हिन्दुश्च संसिद्धौ दुष्टानां च विधर्षणे।
-- अद्भुत कोष
४- हिन्दूर्हिन्दुश्च हिन्दव:
--- (मेदिनी कोष)
--- (मेदिनी कोष)
आधुनिक विचारकों द्वारा हिन्दू की परिभाषा
१- लोकमान्य तिलक
प्रामाण्य बुद्धिर्वेदेषु नियमानेकता।
उपस्यानमनियमो हिन्दूधर्मस्य लक्षणम्।।
वेदों में प्रामाण्य बुद्धि रखने वाला विभिन्न नियमों का पालन करने वाला तथा अनेक उपास्य देवों में से किसी एक की भक्ति करने वाला
हिन्दू है।
१- लोकमान्य तिलक
प्रामाण्य बुद्धिर्वेदेषु नियमानेकता।
उपस्यानमनियमो हिन्दूधर्मस्य लक्षणम्।।
वेदों में प्रामाण्य बुद्धि रखने वाला विभिन्न नियमों का पालन करने वाला तथा अनेक उपास्य देवों में से किसी एक की भक्ति करने वाला
हिन्दू है।
वीर सावरकर द्वारा -
आसिन्धो: सिन्धुपर्यन्ता यस्य भारतभूमिका।
पितृभू: पुण्यभूश्चैव स व हिन्दुरीति: स्मृति:।।
पूर्वी समुद्र से पश्चिमी समुद्र पर्यन्त भारत भूमि जिस व्यक्ति की पितृभू और पुण्यभूमि हो उसे हिन्दू कहा जाता है।
आसिन्धो: सिन्धुपर्यन्ता यस्य भारतभूमिका।
पितृभू: पुण्यभूश्चैव स व हिन्दुरीति: स्मृति:।।
पूर्वी समुद्र से पश्चिमी समुद्र पर्यन्त भारत भूमि जिस व्यक्ति की पितृभू और पुण्यभूमि हो उसे हिन्दू कहा जाता है।