आज हम बात करेंगे एक ऐसे शख़्स की जिसका जन्म हुआ अछूत जाति में, लेकिन उसने दुखी होकर मरने से पहले धर्म बदल लिया. जिसने पूरी उम्र देश की अनुसूचित जातियों को हक दिलाने में बिता दी जी हम बात कर रहे है मेहनत, संघर्ष और सफलता की मिसाल बी आर आंबेडकर जी की
#बाबासाहेब_अमर_रहे
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14 अप्रैल 1891, के दिन मध्यप्रदेश के महू गांव में रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई के घर चौदहवीं और आखिरी संतान पैदा हुई थी. नाम रखा गया ‘भीमराव अंबाडवेकर’. जो समय के साथ-साथ ‘बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर’ बन गया.
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अंबेडकर की शादी 1906 में नौ साल की रमाबाई से हुई थी. 1908 में वे एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लेने वाले पहले दलित बच्चे बनें.
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3. भीमराव अंबेडकर करीब 9 भाषाएँ जानते थे. उन्होनें 21 साल तक लगभग सभी धर्मों की पढ़ाई भी की थी.
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4. भीमराव अम्बेडकर के पास कुल 32 डिग्री थी. वो विदेश जाकर अर्थशास्त्र में P.H.D. करने वाले पहले भारतीय थे. नोबेल प्राइज जीतने वाले अमर्त्य सेन अर्थशास्त्र में इन्हें अपना पिता मानते थे
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5. बी आर अंबेडकर पेशे से वकील थे. वो 2 साल तक मुंबई के सरकारी लाॅ काॅलेज में प्रिंसिपल भी बनें.
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6. झंडे में अशोक चक्र लगवाने वाले भीमराव अम्बेडकर ही थे.
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7. आजकल फैक्ट्रियों में 8 घंटे काम होता है ये सब Bhimrao Ambedkar की ही देन है. इससे पहले 12-14 घंटे काम करना पड़ता था.
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8. भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माण करने वाली समिति के अध्यक्ष थे. इसलिए इनको संविधान का निर्माता कहा जाता है.
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9. बाबासाहेब ने 50 के दशक में कहा था कि बिहार और मध्यप्रदेश का विभाजन कर दो. उस समय उनकी किसी ने नही सुनी. फिर सन् 2000 में विभाजन करना पड़ा और नए राज्य झारखंड व छतीसगढ़ बनें.
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10. भीमराव अम्बेडकर हिंदू महार जाति के थे. जिसे अछूत माना जाता था.
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11. जब अम्बेडकर को लगने लगा कि मैं हिंदू धर्म से जातिप्रथा दूर नही कर सकता तो उन्होनें गुस्से में एक बात कही थी ‘मैं हिंदू पैदा तो हुआ था लेकिन हिंदू मरूंगा नही‘. और वही हुआ.
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12. भीमराव अंबेडकर ने हिन्दू धर्म छोड़ते समय 22 वचन भरे थें. उन्होनें कहा था, मैं राम और कृष्ण, जो भगवान के अवतार माने जाते है, कि कभी पूजा नही करूंगा.
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13. अम्बेडकर ने 1956 में अपना धर्म बदलकर बौद्ध धर्म अपना लिया था. जिसके कारण, उनके साथ लाखों दलितों ने ऐसा किया.
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14.देश में आरक्षण की शुरूआत अंबेडकर ने 1943 में अंबेडकर ने नेशनल लेवल पर अनुसूचित जातियों के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण की मांग की. ये सपना पूरा हुआ अंबेडकर के संविधान समिती का अध्यक्ष बनने के बाद.
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15. Dr. BR Ambedkar आजाद भारत के पहले कानून मंत्री थे.
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16.डॉ. अम्बेडकर ही एक मात्र हैं जिनकी portrait लन्दन संग्रहालय में कार्ल मार्क्स के साथ लगी हुई है।
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17.मौत के 34 सालों बाद 1990 में आंबेडकर को भारत का सबसे बड़ा पुरस्कार भारत रत्न दिया गया.
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#जयभीम
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