

मैं हिंदू हूँ
जब से मैंने होश संभाला है लगातार सुनते आ रहे हैं कि

बनिया कंजूस होता है!

नाई चतुर होता है!

ब्राह्मण धर्म के नाम पर सबको बेवकूफ बनाता है!
यादव की बुद्धि कमजोर होती है!

राजपूत अत्याचारी होते हैं!
दलित

जाट और गुर्ज्जर बेवजह लड़ने वाले होते हैं!

मारवाड़ी लालची होते हैं! ना जाने ऐसी कितनी असत्य परम ज्ञान की बातें सभी हिन्दुओं को सिखाई गयी! 

नतीजा! हीन भावना!!
एक दूसरे की जाति पर शक और द्वेष धीरे- धीरे आपस में टकराव हुआ और परिणाम हुआ कि मजबूत, कर्मयोगी और सहिष्णु हिन्दू समाज आपस में ही लड़कर कमजोर होने लगा !


नतीजा! हीन भावना!!
एक दूसरे की जाति पर शक और द्वेष धीरे- धीरे आपस में टकराव हुआ और परिणाम हुआ कि मजबूत, कर्मयोगी और सहिष्णु हिन्दू समाज आपस में ही लड़कर कमजोर होने लगा !
उनको
उनका लक्ष्य प्राप्त हुआ ! हजारों साल से आप साथ थे! आपसे लड़ना मुश्किल था!
अब आपको मिटाना आसान है!
आपको पूछना चाहिए था कि अत्याचारी राजपूतों ने सभी जातियों की रक्षा के लिए हमेशा अपना खू न क्यों बहाया

अब आपको मिटाना आसान है!













जैसे ही कोई किसी जाति की, कोई मामूली सी भी, बुरी बात करे, उसे टोकिये और ऐतराज़ कीजिये!

याद रहे!


अब न अपमानित करेंगे और न होने देंगे! एक रहें सशक्त रहें!

मिलजुल कर मजबूत भारत का निर्माण करें!