Prostitution & HIV के एक ट्विट पर मैने अपनी बात रखी, पर मुझे मेन्शन करके बहुत से ट्विट किए जा रहे हैं और सभी में एक बात सामने आ रही हैं, वो यह की "Prostitution एक काम हैं और उसे काम की नजर से ही देखा जाए, ये काम उनकी पसंद हैं"..
मैं सबका जवाब नहीं दे सकती इतना वक्त मेरे पास तो नहीं हैं, इसलिए एक ट्विट में ही अपनी बात रख रही हुं.
मैं कभी भी ये स्वीकार नहीं कर सकती और ना ही कभी करुंगी की,Prostitution एक काम हैं और उसमें जीने वाली पीडित महिलाएं अपनी खुशी से या अपनी जरुरतें पुरा करने के लिए ये काम करती हैं,
मैं कभी भी ये स्वीकार नहीं कर सकती और ना ही कभी करुंगी की,Prostitution एक काम हैं और उसमें जीने वाली पीडित महिलाएं अपनी खुशी से या अपनी जरुरतें पुरा करने के लिए ये काम करती हैं,
क्योंकि वेश्यावृत्ति क्रूर Exploitation पर आधारित है, यह एक ही समय में जाति, लिंग और वर्गों के बीच हिंसा और गुलामी पर आधारित है।
हमेशा से ही सवर्ण नारीवादीयों ने अपनी समस्या, अपने विचार एससी/एसटी/ओबीसी महिला/पुरुषों पर थोपे हैं इसका नतिजा ये होता हैं की,
हमेशा से ही सवर्ण नारीवादीयों ने अपनी समस्या, अपने विचार एससी/एसटी/ओबीसी महिला/पुरुषों पर थोपे हैं इसका नतिजा ये होता हैं की,
जातिव्यवस्था के दिये हुवें कामों को जिसमे सिर्फ उत्पीड़न होता हैं उसे स्वीकार करने में ज्यादा दिक्कत ना हो और इसीलिए उन्हें हीरो बनाया जाता हैं ताकी इन कामों को करने के लिए उन्हें अच्छा लगे और हम देश सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं ऐसा उन्हें अहसास करवाया जाता हैं!
"कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता" ऐसी बेहुदा बाते भी सवर्णों की ही देन हैं.. क्योंकी उन्हें भी पता हैं सभी अच्छी और बडे़ पद इनके ही हिस्से मे आने वाले हैं इसलिए नहीं की वो काबिल हैं बल्की इसलिए क्योंकि उनकी जाति, तथाकथित सर्वश्रेष्ठता उन्हें छोटे काम करने की इजाजत नहीं देती!
बस इसी लिए सवर्ण नारीवादी ये नहीं चाहती की, एससी/एसटी/ओबीसी समाज सम्मान से और अपने मौलिक अधिकारों के साथ से जिए..
But,
We, Phule–Ambedkarite women/men firmly reject the systems of violence and exploitation..
Jai Bhim..
But,
We, Phule–Ambedkarite women/men firmly reject the systems of violence and exploitation..
Jai Bhim..