Stop being an apologetic Hindu. Stop giving excuses and out of the context explanations for what's written in our Shāstras.
It is what it is and there's nothing to be ashamed about it.
It is what it is and there's nothing to be ashamed about it.
• जरूरी नहीं है कि हमारे धर्म के हर ritual के पीछे scientific explanation हो।
• क्या हुआ अगर हमारे शास्त्रों में सती प्रथा, जौहर या polygamy का mention है तो? क्या इससे हमारा धर्म खराब हो गया जो आपको निरर्थक दलीलें देनी पड़ रही हैं?
• क्या हुआ अगर हमारे शास्त्रों में सती प्रथा, जौहर या polygamy का mention है तो? क्या इससे हमारा धर्म खराब हो गया जो आपको निरर्थक दलीलें देनी पड़ रही हैं?
• क्या हुआ अगर हमारे धर्म में वर्ण व्यवस्था है तो? वर्ण व्यवस्था में कोई वर्ण छोटा या बड़ा नहीं है, सभी वर्णों का अपना खास स्थान है। चारपाई के चार पायों की तरह अगर एक वर्ण भी अपना धर्म निभाना बंद कर दे तो पूरी व्यवस्था ही खराब हो जाए।
हिन्दुओं का इतिहास अनादि और अनंत है। These religions which came into existence some 2000 years ago, क्या अब ये आपको अच्छे-गलत का मतलब बताएंगे? धर्म की परिभाषा समझाएंगे?
एक शिशु(baby) जो अभी पैदा हुआ हो, वो अपने मां बाप को कुछ सिखा सकता है क्या?
एक शिशु(baby) जो अभी पैदा हुआ हो, वो अपने मां बाप को कुछ सिखा सकता है क्या?
नहीं सिखा सकता क्योंकि उसे दुनिया की समझ होती ही नहीं है। मां-बाप ने दुनिया देखी है और उन्हें सब प्रकार का अनुभव भी है।
यही हाल बाकी धर्मों का भी है। सनातन धर्म के समक्ष ये सभी धर्म अभी शिशु ही हैं। इसलिये इन्हें reference point बनाकर अपने धर्म में गलतियां निकालना मूर्खता ही है।
यही हाल बाकी धर्मों का भी है। सनातन धर्म के समक्ष ये सभी धर्म अभी शिशु ही हैं। इसलिये इन्हें reference point बनाकर अपने धर्म में गलतियां निकालना मूर्खता ही है।
याद रखो! आप जितना ashamed feel करोगे, आपको उतना ज्यादा ashamed feel करवाया जायेगा।
Be unapologetic regarding your dharma and it's practices.
Be unapologetic regarding your dharma and it's practices.