A brief history(1528-2020) of Ram Janm-Bhoomi 🚩:

इस थ्रेड में राम जन्मभूमि के लिए किए गए प्रयासों का वर्णन है। इसे पढ़ें व स्वयं जाने कि कौन इसके पक्षधर थे और कौन ख़िलाफ़, कौन सी वो ताकतें थीं जिनकी वजह से आज तक मंदिर नहीं बन पा रहा था। आइए जानें 500 वर्षों के संघर्ष को। 1/n
सन् 1528-29 : आक्रांता बाबर ने अपने सेनापती मीर बाकी को कहकर रामजन्म भूमि पर बाबरी मस्ज़िद का निर्माण करवाया जोकि इस्लामिक वर्चस्व को स्थापित करने का एक तरीका है। 2/n
सन् 1722-39 : सादत अली खान(अवध के प्रथम नवाब) के शासन में हिन्दू मुस्लिम मुठभेड़ हुए। इस्लामिक शासन के वजह से हिन्दू पक्ष को शांत होना पड़ा।

सन् 1853 : भूमि के अधिकार के लिए पहले दंगे हुए। फैज़ाबाद कोर्ट (अंग्रेज़ी शासन के अधीन) ने मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने बाहरी ओर..3/n
...हिन्दुओं को और मस्जिद के भीतर मुसलमानों को पूजा करने को कहा।

सन् 1855 : सुन्नी लीडर ग़ुलाम हुसैन ने गुट बनाकर हनुमानगढ़ी मंदिर पर हमला करने की साज़िश रची जोकि राम जन्म स्थल से कुछ दूरी पर स्थित है। सुन्नियों का कहना था कि ...4/n
..हनुमान मंदिर मस्जिद के ऊपर बनी है, इसलिए वो उसपे कब्ज़ा चाहते हैं।
बाद में इसको लेकर छोटी मुठभेड़ हुई। परन्तु ये यहीं नहीं रुका। ग़ुलाम हुसैन ने और ताकत के साथ जुलाई के महिने में मंदिर पर फिर से हमला किया। इस बार साधुओं ने भी भीषण प्रतिकार किया और करीब 70 मुसलमान मारे गए।.5/n
...बाद में अंग्रेज़ी शासन ने इसका संज्ञान लिया। बैरागियों ने पूर्व नवाब के दिए हुए दस्तावेज दिखाए जिसमें मस्जिद का कहीं जिक्र नहीं था। बैरागियों का कहना था कि यदि वहां मस्जिद हुई तो हम वह स्थान देने को तैयार हैं परन्तु उस समय के नवाब वाजिद अली शाह ने जिहादियों के खुशी के लिए..6/n
...मंदिर के बगल में मस्जिद बनाने का प्रस्ताव रखा। स्वतंत्र जांच के बाद अंग्रेज़ो ने हिन्दू पक्ष में फैसला सुनाया।

जिहादियों को ये बात जमी नहीं। इस बार नए लीडर आमिर अली ने गुट बनाकर हमला करना चाहा परन्तु अंग्रेज़ी सिपाहियों ने उसे मार गिराया। ...7/n
सन् 1857 : प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद नवाबी शासन समाप्त कर दिया गया और अंग्रेज़ी शासन लागू हुआ। कहा जाता है कि हिन्दू साधुओं ने मस्जिद के बाहर कब्ज़ा कर चबूतरा बना लिया और पूजा आदि करने लगे। जिसको लेकर झगड़े होते रहते थे। ..8/n
सन् 1859 : अंग्रेज़ी सरकार ने राम चबूतरे और मस्जिद के बिच दीवार खड़ी कर दी।

सन् 1885 : महंत रघुबीर दास(निर्मोही अखाड़ा) ने श्री रामजन्म स्थली पर पूजा करने के अधिकार को लेकर फैज़ाबाद कोर्ट में याचिका दायर की परन्तु केस ख़ारिज कर दिया। ...9/n
रघुबीर दास जी ने सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर इंडिया के ख़िलाफ़ पुनः याचिका दायर की फैज़ाबाद कोर्ट में और चबूतरे पर मंदिर बनाने की बात कही परन्तु इसे भी खारिज़ कर दिया गया।

सन् 1934 : बकरीद के दिन पास के गांव में गौहत्या लेकर दंगा हुआ जिसमें बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया परन्तु ...10/n
..अंग्रेज़ी शासन ने इसकी मरम्मत करवा दी।

सन् 1936 : मुसलमानों के दो समुदायों शिया और सुन्नी के बीच इस बात पर क़ानूनी विवाद उठ गया कि मस्जिद किसकी है।वक़्फ़ कमिश्नर ने इस पर जाँच बैठाई. मस्जिद के मैनेजर मोहम्मद ज़की का दावा था कि मीर बाक़ी शिया था, इसलिए यह शिया मस्जिद हुई।11/n
लेकिन ज़िला वक़्फ़ कमिश्नर मजीद ने 8 फ़रवरी 1941 को अपनी रिपोर्ट में कहा कि मस्जिद की स्थापना करने वाला बादशाह सुन्नी था और उसके इमाम तथा नमाज़ पढ़ने वाले सुन्नी हैं, इसलिए यह सुन्नी मस्जिद हुई.

इसके बाद शिया वक़्फ़ बोर्ड ने सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के ख़िलाफ़ फ़ैज़ाबाद के ...12/n
...सिविल जज की कोर्ट में मुक़दमा कर दिया।सिविल जज एसए अहसान ने 30 मार्च 1946 को शिया समुदाय का दावा ख़ारिज कर दिया.

सन् 1946 : अखिल भारतीय रामायण महासभा ने भूमि पर हिन्दुओं के अधिकार के लिए आंदोलन शुरू किया। इसमें 9 दिन का रामचरिमानस का पाठ का आयोजन किया गया। ...13/n
इस आंदोलन में योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवैद्यनाथ के गुरु महंत दिग्विजय नाथ भी शामिल थे।

सन् 1949 : 23 दिसंबर को, भगवान राम की मूर्तियां मस्जिद में पाई गईं। 

हिन्दुओं के मुताबिक भगवान की मूर्ति अवतरण हुई थी वहां पर जबकि मुसलमानों ने आरोप लगाया कि किसी ने रात में ..14/n
चुपचाप मूर्तियां वहां रख दीं। 

नेहरू ने मूर्तियां बाहर फेंक देने को कहा जबकि महंत दिग्विजय नाथ का कहना था कि हमारे जीते जी ऐसा संभव नहीं।

यूपी सरकार ने मूर्तियां हटाने का आदेश दिया, लेकिन जिला मैजिस्ट्रेट के. के. नायर ने दंगों और हिंदुओं की भावनाओं के भड़कने के डर से ...15/n
इस आदेश को पूरा करने में असमर्थता जताई। सरकार ने इसे विवादित ढांचा मानकर ताला लगवा दिया।

सन् 1950 : गोपाल दास विशारद ने फैजाबाद सिविल कोर्ट में पहली याचिका दायर की। उनकी मांग थी मस्ज़िद को श्रद्धालुओं के लिए खोला जाए।...16/n
कुछ समय बाद परमहंस रामचंद्र दास जी ने दूसरी याचिका दायर की। उनका मांग था राम जी की मूर्ति की पूजा बिना किसी रोक टोक के करने दी जाए।

सन् 1959 : निर्मोही अखाड़ा ने तीसरी याचिका दायर की जिसमें उन्होंने रामजन्मभूमि के कस्टडी की बात उठाई। ...17/n
सन् 1961 : यूपी के सुन्नी वक्फ़ बोर्ड ने निर्मोही अखाड़ा के दावे के ख़िलाफ़ व मूर्ति को मस्जिद से हटाने को लेकर कोर्ट में अर्जी दाखिल की और मस्ज़िद के पास की ज़मीन को कब्रिस्तान बताया।

सन् 1964 : विश्व हिन्दू परिषद का गठन हुआ जिसका मूल सिद्धांत है - "धर्मो रक्षति रक्षितः"18/n
सन् 1984: इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस को फायदा पहुंचा और बीजेपी को सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिली। मंदिर बनाने के आंदोलन को तेज़ करने के लिए 1984 में विश्व हिंदू परिषद ने बजरंग दल का गठन किया। ... 19/n
सन् 1986: पूजन हेतु मंदिर के पट खोलने के लिए फैज़ाबाद लोकल मजिस्ट्रेट के पास अर्जी दाखिल की गई। इससे पहले सिर्फ साल में एक बार पूजन करने दिया जाता था।

इसी वर्ष मौलवियों के दबाव में, प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को पलटने का वादा किया, जो एक .. 20/n
बुजुर्ग मुस्लिम तलाकशुदा शाहबानो को गुजारा भत्ता देने को लेकर था। मुस्लिम पर्सनल लॉ के बात को कायम रखने के कदम को मुस्लिम तुष्टिकरण के रूप में देखा गया।

शाह बानो के मामले से ध्यान हटाने और हिंदुओं को शांत करने के लिए उत्सुक, राजीव गांधी सरकार ने बड़ी बेरुखी के साथ अदालत ..21/n
के आदेश का पालन किया।

फ़रवरी में फैजाबाद अदालत ने ताले खोलने का आदेश दिया, जिससे हिंदुओं के लिए स्थल पर पहुंचने और पूजा करने का मार्ग प्रशस्त हुआ।

मुस्लिम समुदाय इस फैसले से काफ़ी नाखुश था।

जज के.यम. पांडे जिन्होंने इसपर 1 फरवरी,1986 को फैसला सुनाया था उनको ...22/n
सप्ताह भर बाद धमकियों के ख़त आने लगे। रोजाना 30-35 चिट्ठियां अलग अलग जगहों से आने लगीं।कुछ अफ़ग़ानिस्तान और सऊदी अरब आदि देशों से भी थीं।इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा डराने का भरसक प्रयास किया गया। 6 महीने बाद धमकिया आनी बंद हो गई। ..23/n
इसी वर्ष अली मियां (अध्यक्ष), आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नेतृत्व में बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी का गठन हुआ।

सन् 1987 : दूरदर्शन पर रामायण धारावाहिक का प्रसारण चालू किया गया जोकि किसी भी धार्मिक कार्यक्रम के दूरदर्शन पर प्रसारण न करने की पॉलिसी के खिलाफ था।...24/n
राजीव गांधी सरकार के इस फैसले को हिन्दू तुष्टिकरण कहा गया।
बाद में VHP लीडर अशोक सिंघल ने रामायण के प्रसारण को हिन्दू एकता के लिए अहम बताया।

सन् 1989 : विश्व हिन्दू परिषद ने मस्जिद के बगल में राम मंदिर के बुनियाद रखी और जस्टिस देवकी नंदन अग्रवाल (VHP के पूर्व उपाध्यक्ष) ..25/n
ने कोर्ट में मस्जिद के स्थानांतरण के लिए अर्जी दी।

भारतीय जनता पार्टी ने 11 जून 1989 को पालमपुर कार्यसमिति में प्रस्ताव पास किया कि अदालत इस मामले का फ़ैसला नहीं कर सकती और सरकार समझौते या संसद में क़ानून बनाकर राम जन्मस्थान हिंदुओं को सौंप दे। ..26/n
इसको चुनावी मुद्दा बनते देख कांग्रेस सरकार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर  फैैजाबाद कोर्ट में पेंडिंग पड़े 4 मामलों को इलाहाबाद हाई कोर्ट के स्पेशल बेंच को ट्रांसफर करने 

सन् 1990 : सितंबर 26 को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवानी ने सोमनाथ से अयोध्या तक की ..27/n
रथयात्रा शुरू की।

23 अक्टूबर को लालू यादव ने आडवानी को गिरफ्तार करवाया और समस्तीपुर में रथ यात्रा रोक दी गई। लालू और आडवानी के बिच रथ यात्रा के पूर्व दिल्ली में कहा सुनी भी हुआ था। आडवानी ने कहा था - जिसने मां का दूध पिया है वो रोक के दिखा दे।..28/n
इधर अयोध्या में कर सेवक जुटने लगे थे। इसी बीच मुलायम सिंह यादव ने एलान किया कि अयोदा में एक पईंदे को बी पअ नइ मायने देंगे और 30 अक्टूबर व 2 नवंबर के दिन पुलिय औे अपये सुअशाकमियो से गोइ चयवा दी। ..29/n
कारसेवकों को दौड़ाकर मारा गया जिसमें बजरंग दल के कोठारी बंधुओ को बाहर खींचकर गोली मारी गई। अधिकतर लाशों को सरयू में फेक दिया गया या फिर अज्ञात जगह जला दिया गया। ... 30/n
सन् 1991 : बीजेपी को इस सबका लाभ मिला और वह देश की एक मुख्य विरोधी दल के रूप में उभर कर सामने आई। यूपी में भी उनको जीत हासिल हुई। मंदिर निर्माण का मुहिम जोरो पर हो चुका था। 

एक ओर बीजेपी आदि संगठन तो दूसरे ओर रामायण धारावाहिक, दोनों ही जनता में श्री राम के प्रति भक्ति ...31/n
भाव उजागर करने में सफल रहे थे। 

सन् 1992 : दिसंबर में फिर कारसेवा का एलान हुआ।अयोध्या में फिर से कारसेवक जुटने लगे।

लखनऊ में दिए अपने भाषण में आडवानी ने कहा : " अब भजन कीर्तन करने के लिए बैठना पड़ेगा और नुकीले पत्थर पर कोई नहीं बैठ सकता, जमीन को समतल करना पड़ेगा ".. 32/n
फिर 6 दिसंबर को करीब 150,000 लोग VHP, RSS, BJP व शिव सेना के आवाह्न पर कार सेवा के लिए अयोध्या में एकजुट हुए। दिग्गज नेता लोग भीड़ को संबोधित कर मंदिर बनाने की बात कर ही रहे थे कि देखते ही देखते आक्रोशित भीड़ बेकाबू हो गई और विवादित ढांचे को तहस नहस कर डाला। ...33/n
साथ ही साथ देशभर में दंगा भड़क गया जिसमें 2000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई।

यूपी के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को इस्तीफा देना पड़ा।

दिसंबर 16 को PV Narsimha Rao की केंद्र सरकार ने मामले की जांच के लिए जस्टिस मनमोहन सिंह लिब्रहान ...34/n
के under एक कमिटी का गठन किया।

1992-93 के बिच बॉम्बे में सीरियल बॉम्ब ब्लास्ट भी हुए जिनमें अनेक लोग मारे गए। ...35/n
सन् 1993 : जनवरी में केंद्र सरकार ने मसले के स्थायी समाधान के लिए संसद से क़ानून बनाकर विवादित परिसर और आसपास की लगभग 67 एकड़ ज़मीन को अधिग्रहीत कर लिया.

इसी वर्ष लाल कृष्ण आडवाणी व अन्य 19 लोगों पर CBI ने भड़काने के चार्ज लगाया। ...36/n
सन् 1994 : अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट के इस्माईल फारुकी जजमेंट में बताया गया कि मस्जिद इस्लाम का अभिन्न अंग नहीं है।

2001 : मई में एक स्पेशल कोर्ट ने आडवानी व अन्य पर लगे चार्ज हटा दिए। इसी वर्ष दिसंबर महीने में बाबरी ढांचा गिरने की सालगिरह के समय तनाव बढ़ने लगा पर VHP .. 37/n
मंदिर बनाने वाली बात पर अड़ी रही।

2002 : फरवरी में VHP ने 15 मार्च, 2002 से मंदिर बनाने की बात कही। उसी महिने 27 फरवरी को अयोध्या से आ रही साबरमती एक्सप्रेस की कोच S-6 में गोधरा स्टेशन पर कट्टरवादियों द्वारा आग लगा दी गई और 58 कार सेवकों को मार दिया गया। ..38/n
गुजरात में दंगा भड़क गया जिसमें 1000 से अधिक जानें गई, 200 से अधिक गायब हुए और 2500 से अधिक लोग घायल हुए।

इसी वर्ष इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अप्रैल में रामजन्मभूमि के मालिकाना हक मामले पर सुनवाई चालू की। ..39/n
2003 : इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पुरातत्व विभाग को जांच का आदेश दिया। उनके जांच में मस्ज़िद वाली जगह पर मंदिर होने की बात बताई गई। मुस्लिम पक्ष ने इसको विवादास्पद माना।

इसी वर्ष सितंबर में अदालत ने फैसला सुनाया कि संघ परिवार के सात नेताओं पर मुकदमा चलना चाहिए। आडवानी उस ..40/n
वक़्त उप प्रधानमंत्री थे, इसलिए उनपर कोई कार्यवाही नहीं हुई।

2004 : केंद्र में कांग्रेस आ चुकी थी। यू पी के एक कोर्ट ने आडवानी पर मुकदमा न चलाने की बात पर पुनः विचार करने को कहा। .. 41/n
2005 : इस्लामिक अतंकवादी संगठन "लश्कर ए तयबा" के 5 आतंकियों ने राम जन्मभूमि पर हमला किया। वो नेपाल के रास्ते श्रद्धालुओं का वेश धारण कर अयोध्या पहुंचे थे और उन्होंने एक जीप में गोला बारूद भरकर मंदिर की दीवार उड़ानी चाही। CRPF ने पांचों अतांकियो को ढेर किया। ..42/n
इसके अलावा 3 जवान और एक आम नागरिक की जान गई।

2009 : जून में लिब्रहान कमिशन की रिपोर्ट आ गई जिसे बाबरी कांड के दोषियों के बारे में जांच के लिए बनाया गया था।

नवंबर में BJP के दिग्गज नेताओं समेत कुल 68 लोगों को दोषी पाया गया। ...43/n
2010 : सितंबर के महीने में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने विवाद से संबंधित 4 मामलों पर अपना निर्णय दिया। इसमें विवादित भूमि को तीन हिस्सों में विभाजित करने की बात कही गई - 1/3 भाग राम लल्ला को, जिसका प्रतिनिधित्व हिन्दू महासभा करती है, 1/3 भाग सुन्नी वक्फ़ बोर्ड को व 1/3 भाग ...44/n
निर्मोही अखाड़ा को।

दिसंबर में हिन्दू महासभा और सुन्नी वक्फ़ बोर्ड ने हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।

2011 : मई में सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश पर stay देते हुए मामले को यथास्थिति छोड़ने को कहा। ..45/n
2014 : नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में BJP की सरकार आई।

2015 : VHP ने देशभर के लोगों से राम मंदिर निर्माण के लिए ईट देने को कहा। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की राज्य सरकार सपा ने कहा था कि वो ईंटों के ट्रक को अयोध्या जाने की अनुमति नहीं देंगे। ...46/n
6 माह के भीतर दिसंबर में 2 ट्रक ईंटे अयोध्या पहुंच गया।
महंत नित्य गोपाल दास ने कहा कि BJP के तरफ से हरी झंडी है कि मंदिर बनने के आसार हैं।

2016 : फरवरी में सुब्रमण्यम स्वामी ने अयोध्या में मंदिर बनाने को लेकर SC में याचिका दायर की। ..47/n
2017 : अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने आडवानी व अन्य पर 1992 के ऊपर चार्ज खत्म करने से मना किया और इस मामले को आगे बढ़ाया।

इसी वर्ष बीजेपी ने उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत हासिल किया और योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया। ... 48/n
अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने 5 Dec, 2017 का दिन फाइनल सुनवाई के लिए चुना और यूपी सरकार को 12 सप्ताह के भीतर मामले के कागज़ात को ट्रांसलेट करने को कहा जो 9000 पन्नों में थे व उसके कुछ दस्तावेज पाली, अरबी, फ़ारसी, उर्दू ,गुरुमुखी आदि भाषाओं में थे। ..49/n
2018 : (Feb-July) याचिका दायर करने वालों ने SC से 1994 की इस्माईल फारूकी के जजमेंट पर पुनर्विचार कर 7 जजो की बेंच को सौपने को कहा।

सितम्बर में 3 जजो की बेंच ने 2:1 के वर्डिक्ट से इस्माईल फारूकी के जजमेंट पर पुनर्विचार वाली बात को गैर जरूरी बताया। ..50/n
2019 : जनवरी 25 को उच्च न्यायालय ने 5 न्यायाधीशों की बेंच बनाई जिसमें CJI रंजन गोगोई, जस्टिस(s) SA बोबडे, DY चंद्रचूड़, अशोक भूषन और SA नज़ीर थे।

मार्च 8, सुप्रीम कोर्ट ने 3 लोगों के पैनल को विवाद के मध्यस्थता के लिए चुना। वो थे - ...51/n
एफएमआई कल्लीफुल्ला (सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश), श्री रवि शंकर (आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडर) और श्रीराम पंचू (वकील)।

अगस्त 1, मध्यस्थता पैनल की रिपोर्ट प्रस्तुत हुई।

अगस्त 2, मध्यस्थता पैनल को मामले का समाधान निकालने में विफल पाया गया। ..52/n
अगस्त 6, SC ने मामले पर प्रतिदिन कि सुनवाई चालू की।
सितंबर 18, कोर्ट ने कहा कि महीने भर में इस मामले की सुनवाई हो जानी चाहिए।

अक्टूबर 14, उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में दिसंबर 10 तक धारा 144 लागू कर दिया। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में ड्रोन उड़ाना तक मना कर दिया गया। ..53/n
अक्टूबर 15, SC ने कहा कि वो पिछले 39 दिनों से मामले कि सुनवाई कर रही है और इसपर और अधिक समय नहीं दिया जा सकता। कोर्ट ने दोनों पक्ष को 16 अक्टूबर तक अपनी बात पूरी करने को कहा।

अक्टूबर 16, 40वे दिन की सुनवाई के शुरुआत पर CJI रंजन गोगोई ने कहा ..54/n
कि " यह मामला आज शाम 5 बजे तक खत्म हो जाना चाहिए। बहुत हुआ। " 

तनाव तब बढ़ा जब मुस्लिम पक्ष के वकील ने हिन्दू महासभा द्वारा दिया हुआ नक्शा (जिसमें श्री राम के जन्म की जगह जिन्हित थी) फाड़ दिया। चीफ जस्टिस ने आज्ञा दी थी कि " तुम्हारी इच्छा हो तो फाड़ दो उसे " ...55/n
नवंबर 9, सुप्रीम कोर्ट ने विवाद को समाप्त करते हुए फैसला सुनाया और अयोध्या की रामजन्म भूमि हिन्दू पक्ष को दी गई।

सुन्नी वक्फ़ बोर्ड को मस्ज़िद के बदले अन्य जगह 5 अकड़ ज़मीन देने की बात कही गई जिसपर वामपंथी स्कूल, कॉलेज और हॉस्पिटल बनवाने को इच्छुक हैं। ..56/n
80 % हिन्दू जनसंख्या होने के बाद भी इतने वर्ष लगे अयोध्या में मंदिर बनाने को वो भी न्यायिक प्रक्रिया से। 

कुछ क्षण को भारत के बहुसंख्यक समाज और तथा कथित अल्पसंख्यक समुदाय के जनसंख्या को एक दूसरे से बदल कर देखिए। ...57/n
हज़ारों वर्षों का अयोध्या का इतिहास होने के बावजूद क्या ऐसी स्थिति में मंदिर कभी बन पाता ? 
क्या किसी न्यायिक प्रक्रिया का सहारा भी लिया जाता ? 
क्या हिन्दुओं की बातें सुनी जाती ? 
क्या मंदिर का हाल वो न होता जो इस्लामाबाद में कृष्ण मंदिर का हुआ ? ...58/n
ये एक मंदिर है, ऐसे अनेकों मंदिर हैं जिनपर अवैध निर्माण कर कब्ज़ा किया गया है।

याद रखिए सरकारों ने तभी कार्य किया जब जनता उस कार्य के लिए उत्सुक व इच्छुक थी इसलिए हम सबकी भागीदारी आवश्यक है। ..59/n

पढ़ने के लिए आप सबका धन्यवाद🙏
      🚩 जय श्री राम  🚩
Correction : 1992 में ज़मीन को समतल करने वाली बात स्व० अटल बिहारी वाजपेई जी ने लखनऊ में कही थी। 🙏
Another Incident which I missed since it was meant to be brief 😅. Pls read👇 https://twitter.com/BrahmaandKaMama/status/1288903885919105024?s=19
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