मोदी जी प्रधानमंत्री न होते तो

राफ़ेल तो आता👇

थोड़ा जल्दी आता👇

काफ़ी सस्ती क़ीमत में आता👇

ट्रांस्फर आफ टेक्नोलॉजी के साथ भारत 🇮🇳 में बनता👇

अम्बानी को मुनाफ़ा नहीं होता👇

केवल 36 नहीं 126 आते👇

(ज़्यादा जानकारी के लिए ट्विटर थ्रेड पढ़ें 👇👇) https://twitter.com/babitaphogat/status/1287770053476327430
कुछ अकाट्य तथ्य और प्रश्न

1. कांग्रेस की सरकार ने ही राफेल का चुनाव किया था

2. कांग्रेस ने कभी भी राफेल सौदे को रद्द करने की बात नहीं कही

3. क्या कांग्रेस के समय तय शर्तों के अनुसार राफेल 526 करोड़ में नहीं आना था?

4. क्या मोदी सरकार ने 1,670 करोड़ रुपए में नहीं ख़रीदा?
2/n
क्या #राफेल सौदे के लिए गठित 'Indian Negotiating Team' (INT) ने अपनी लिखित रिपोर्ट में नहीं माना था-

मोदी सरकार द्वारा खरीदे जा रहे 36 राफेल जहाजों की कीमत यूपीए के द्वारा खरीदे जा रहे 126 राफेल जहाजों से कहीं ज्यादा है।

#Rafale
3/n
मोदी सरकार द्वारा राफेल जहाज खरीदने के लिए बैंक गारंटी की शर्त को हटाया गया।

यूपीए-कांग्रेस सरकार द्वारा खरीदे जा रहे 126 राफेल लड़ाकू जहाज की कीमत में यूरो 574 मिलियन (4,305 करोड़ रु.) की बैंक गारंटी शामिल थी।

4/n
#Rafale
Transfer of Technology को रक्षा सौदों में सबसे महंगी वस्तु आंका जाता है।

INT ने भी माना कि यूपीए द्वारा खरीदे जा रहे 126 राफ़ेल सौदे में Transfer of Technology की लागत शामिल थी।जबकि मोदी सरकार द्वारा खरीदे 36 राफेल जहाजों में 'Tranfer of Technology' शामिल ही नहीं है।
5/n
#Rafale
अगर कोई खेल नहीं था तो INT को दरकिनार कर PMO ख़ुद राफेल डील Negotiation क्यों कर रहा था?

24-11-2015 को रक्षा सचिव ने रक्षामंत्री को फाईल पर लिखकर एतराज किया था कि PMO, INT को दरकिनार कर राफेल की Direct Negotiation कर रहा है, जिससे INT की स्थिति बहुत कमजोर पड़ गई👇

6/n
#Rafale
You can follow @VineetPunia.
Tip: mention @twtextapp on a Twitter thread with the keyword “unroll” to get a link to it.

Latest Threads Unrolled:

By continuing to use the site, you are consenting to the use of cookies as explained in our Cookie Policy to improve your experience.